नई दिल्ली, नवम्बर 1 -- कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी मनाते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीने के शयन के बाद उठते हैं। इसके साथ ही एकादशी के दिन तुलसी विवाह की भी मान्यता है। भगवान शालिग्राम के साथ वृंदा यानी तुलसी के विवाह का आयोजन किया जाता है। पूरे कार्तिक महीने में तुलसी की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही विवाह का आयोजन खूब धूमधाम से होता है। ज्यादातर लोग शाम के वक्त तुलसी विवाह की पूजा करते हैं। जिसके लिए तुलसी के आसपास सजावट की जाती है। तुलसी के चौरे को सजाया जाता है और शादी का मंडप तैयार होता है। शादी के मंडप के लिए गन्ने और केले के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही डेकोरेशन में रंगोली को भी शामिल करते हैं। तुलसी विवाह की तैयारियां कर रही हैं तो इन सुंदर रंगोली डिजाइन को बना लें। भगवान विष...