वरिष्ठ संवाददाता, अक्टूबर 24 -- गढ़वाल विश्वविद्यालय से जुड़े निजी कॉलेजों में इस साल चालीस प्रतिशत से ज्यादा सीटें खाली हैं। कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) और समर्थ पोर्टल की जटिल व्यवस्था ने न केवल छात्रों की राह मुश्किल की, बल्कि कॉलेजों के लिए भी स्थिति चिंताजनक बना दी है। कई अवसर देने के बावजूद सीटें अब भी खाली पड़ी हैं। गढ़वाल विवि से संबद्ध कॉलेजों में सीयूईटी के माध्यम से दाखिले की व्यवस्था लागू की गई थी। परीक्षा 13 मई से चार जून के बीच कराई गई और परिणाम चार जुलाई को घोषित हुए। इसके बाद छात्रों को समर्थ पोर्टल के माध्यम से आवेदन करने को कहा गया, लेकिन पोर्टल के बार-बार बंद होने, तकनीकी त्रुटियों और सर्वर डाउन रहने के कारण दाखिला प्रक्रिया बार-बार बाधित हुई। अंततः विवि ने बिना गैर-सीयूईटी वाले छात्रों के लिए भी पोर्टल खो...