नई दिल्ली, अक्टूबर 7 -- भारत के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर को कोई पछतावा नहीं है। उसने किसी दैवीय शक्ति से मार्गदर्शन मिलने का दावा किया है। हालांकि, 72 वर्षीय वकील का कहना कि इस घटना से उसके रिश्तेदार बेहद नाराज हैं। साथी वकीलों का कहना है कि इस घटना के बाद किशोर ने माफी मांगने से भी मना कर दिया है। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने मयूर विहार निवासी किशोर से उच्चतम न्यायालय परिसर में तीन घंटे तक पूछताछ की और बाद में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज न होने पर दोपहर दो बजे उसे छोड़ दिया। पुलिस ने उसके जूते भी उसे लौटा दिए। हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में किशोर ने कहा कि वह जेल जाने को तैयार है। साथ ही उसने साफ किया है कि वह किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा है। उसने कहा, 'अगर जेल में होता तो ज्यादा अच्छा होता। परि...