प्रधान संवाददाता, अक्टूबर 26 -- लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ के तीसरे दिन सोमवार को व्रती, सूर्य भक्त और श्रद्धालु अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगे। व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को 'पूर्वाषाढ़ा' नक्षत्र और उदयीमान सूर्य को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में अर्घ्य देंगे। ज्योतिषाचार्य पीके युग बताते हैं कि मंगलवार की सुबह उभयचर और अमलाकृति जैसे शुभ योग भी बन रहे हैं। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठव्रती अपना 36 घंटे का निर्जला उपवास प्रसाद ग्रहण करने के बाद तोड़ेंगे। पं. प्रेमसागर पांडेय बताते हैं कि डूबते सूर्य को सूर्यास्त से आधा धंटा पहले और उदयीमा³न सूर्य की लालिमा दिखने के बाद से अर्घ्य दिया जा सकता है। सूर्य अर्घ्य के समय 'ऊॅ घृणि सूर्याय नम:' मंत्र पढ़ना श्रेयस्कर होगा। इसके पहले छठ व्रत के दूसरे दिन रविवार को व्रतियों ने बड़े ही श्रद...