प्रमुख संवाददाता, मार्च 14 -- बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने सहायक प्रध्यापकों के अनुभव प्रमाणपत्र और दिव्यांगता प्रमाणपत्रों की सूची बीआरएबीयू को नहीं भेजी है। सूची नहीं मिलने के कारण सहायक प्राध्यापकों के प्रमाणपत्रों की जांच शुरू नहीं हो सकी है। अनुभव और दिव्यांग प्रमाणपत्रों की जांच के लिए बीआरएबीयू में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। सूची नहीं आने के कारण कमेटी कदम नहीं बढ़ा पा रही है। रजिस्ट्रार प्रो. संजय कुमार ने बताया कि होली के बाद आयोग से सूची भेजने के लिए पत्राचार किया जायेगा। बिहार विवि में पढ़ा रहे कई सहायक प्राध्यापकों के अनुभव प्रमाणपत्र और दिव्यांगता प्रमाणपत्र पर फर्जी होने का संदेह है। मोतिहारी के एक कॉलेज में पढ़ाने वाली शिक्षक पर आरोप है कि उन्होंने मूक बधिर होने का दिव्यांगता प्रमाणपत्र दिया था, लेकिन वह कक्षा ...