कानपुर, फरवरी 13 -- कानपुर। शहर के महाविद्यालयों का इतिहास शिक्षा के साथ आजादी और क्रांति से भी जुड़ा है। कानपुर विश्वविद्यालय की स्थापना 59 साल पहले 1966 में हुई थी। मगर यहां डीएवी कॉलेज, क्राइस्टचर्च कॉलेज, वीएसएसडी कॉलेज अपनी शताब्दी वर्ष मना चुके हैं। कूटा के अध्यक्ष डॉक्टर बीडी पांडेय ने बताया कि सभी महाविद्यालय शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। किसी पाठ्यक्रम में एक शिक्षक है तो किसी में दो। नतीजा, एक-एक शिक्षक को 100 बच्चों तक को पढ़ाना पढ़ रहा है। साथ ही कहते हैं कि नई शिक्षा नीति तो बेहतरीन है मगर हमें संसाधन भी तो मिलने चाहिए। प्रोफेसर मनोज अवस्थी बताते हैं कि विवि प्रशासन कुछ काम अच्छे कर रहा है लेकिन, उसमें अभी कई खामियां हैं। सेमिनार और रिसर्च को लेकर बढ़ावा दिया जा रहा है, लेकिन बजट मिलने में काफी विलंब होता है। सबसे अधिक समस्या प...