नई दिल्ली, फरवरी 13 -- हरदोई। संवाददातालोगों को गंतव्य तक पहुंचाना हमारा काम है। गर्मी हो या सर्दी-बरसात, हर मौसम मे परिवार का पेट भरने के लिए ऑटो चलाना हमारी मजबूरी है पर हम खुद परेशान हैं। एक-दो नहीं, ऐसे 10 हजार से अधिक चालक परमिट न मिलने से परेशान हैं। ऑटो चालक कहते हैं कि उनको डग्गामार का तमगा दे दिया है। जहां सवारी मिलती हैं, उन रूटों पर परमिट परिवहन विभाग नहीं देता है। जहां सवारियां कम हैं वहां के लिए परमिट दे देते हैं। निर्धारित रूट की बजाए सवारियों की तलाश में अलग-अलग रूटों पर जाना पड़ता है। हमारा रूट तय करें और वहीं का परमिट दें ताकि हमें सवारियों के लिए इधर-उधर भटकना पड़े। हमने किसी तरह ऑटो रिक्शा खरीदा ताकि अपना और अपने परिवार का जीवन यापन कर सकें। इसके बावजूद कई समस्याएं हमारी राह में रोड़ा बनी हुई हैं। यह कहना है ऑटो चालकों का।...
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