धीरज, नवम्बर 10 -- Bihar Election: सीमांचल का इलाका हिमालय की तराई से सटा हुआ है। एक ओर बांग्लादेश और नेपाल तो दूसरी तरफ बंगाल। चारों जिलों में नदियों का जाल। इन नदियों की कभी सुस्त तो कभी तेज चाल। नार्थ ईस्ट के प्रवेश द्वार के तौर पर पहचान रखने वाले इस इलाके में विकास का सूर्योदय भी हो चुका है। पूर्णिया एयरपोर्ट शुरू हो चुका है। यहां से रोजाना पांच फ्लाइट से हजारों लोगों का आवागमन हो रहा है। रेल कनेक्टिविटी भी मजबूत हुई है। वंदे भारत और अमृत भारत समेत कई ट्रेनों की सौगात मिली है। पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज में सड़कों का जाल बिछा है। हाईवे पर विकास की डगर भर रहे सीमांचल की चिंता भी है। रोजी-रोजगार के लिए दर बदर होने का दर्द है। उच्च शिक्षा और रोजगार के लिए हर दिन यहां से पलायन होता है। सीमांचल डुब्बा इलाका है। इसलिए बाढ़ पीड़ितों क...