विनय कुमार अजय, अक्टूबर 14 -- बिहार की राजनीति में अब टिकट के लिए सिर्फ बायोडाटा नहीं, बल्कि वफादारी की गारंटी भी देनी होगी। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने 2025 विधानसभा चुनाव के लिए एक अनोखी शर्त रख दी है। पार्टी से टिकट की चाह रखने वाले उम्मीदवारों को अब खुदा या ईश्वर को साक्षी मानकर यह कसम खानी होगी कि वे पार्टी से कभी बगावत नहीं करेंगे। पार्टी के प्रदेश महासचिव इस्तिहाक अहमद ने बताया कि जो भी व्यक्ति एआईएमआईएम से टिकट चाहता है, उसे एक हलफनामा भरना पड़ता है। इसके अलावा दो गवाहों के सामने खुदा या ईश्वर की कसम खाकर यह शपथ लेनी होती है कि वे पार्टी छोड़कर नहीं जाएंगे, और अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती तो वे न तो बगावत करेंगे, न ही अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ काम करेंगे। यह भी पढ़ें- बिहार चुनाव: महागठबंधन की गांठ खुली...