नई दिल्ली, मार्च 10 -- हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन देवों के देव महादेव की पूजा-अर्चना की जाती है। त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है और सभी दुख-कष्टों से छुटकारा मिलता है। इस समय फाल्गुन माह चल रहा है। फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 11 मार्च को है। 11 मार्च को मंगलवार है। मंगलवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। प्रदोष व्रत करने वाले व्रती ब्रह्म-मुहूर्त में उठकर सबसे पहले स्नान करते हैं इसके बाद भगवान का ध्यान करते हुए व्रत शुरू किया जाता है। इसके बाद भगवान शिव को बेल पत्र, चावल, फूल, धूप, दीप, फल, पान, सुपारी आदि चढ़ाए जाते हैं। दिन भर भगवान शिव के मंत्रों का जाप किया जाता है। प्र...