नई दिल्ली, सितम्बर 5 -- अगर कोई आपसे कहे कि बीसीसीआई चेयरमैन को अगर वर्ल्ड कप 1983 फाइनल के दो टिकट मिल जाते तो एशिया कप शायद शुरू ही नहीं होता। ये बात आपको शायद चौंकाने वाली लग सकती है, लेकिन यही सच्चाई है। एशिया कप की शुरुआत 1984 में हुई और अब 17वां संस्करण इस टूर्नामेंट का खेला जाना है, लेकिन 1983 में जो बर्ताव भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई के चेयरमैन के साथ किया, उसी वजह से एशिया कप की नींव रखी गई और आज ये टूर्नामेंट दुनिया के एकमात्र गैर आईसीसी मल्टीनेशन टूर्नामेंट है। एशिया कप को शुरू कराने के पीछे बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष एनकेपी साल्वे थे, जिन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड का वर्चस्व खत्म करने की ठान ली थी। दरअसल, हुआ कुछ यूं था कि वर्ल्ड कप 1983 के फाइनल के लिए बीसीसीआई के चेयरमैन एनकेपी साल्वे ने दो अतिरिक्त टिकट ...