प्रधान संवाददाता, दिसम्बर 13 -- पिछले 4-5 सालों से नीट के आधार पर राज्य में आयुष शिक्षा- आयुर्वेद, होमियोपैथी और यूनानी में नामांकन हो रहा है, लेकिन सीटें खाली रह जा रही हैं। जिसका खामियाजा निजी कॉलेज के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के वेतन पर पड़ता है और कॉलेज बंद होने लगे हैं। नामांकन में कटऑफ अंक घटा दी जाएं तो सीटें भी खाली नहीं रहेंगी न आर्थिक विवशता में कॉलेज बंद होंगे। ये बातें आईएमए सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एचएमआई के अध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार सिंह, उपाध्यक्ष डॉ. ओपी गुप्ता, सचिव डॉ. वीके तिवारी ने कही। अध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा सत्र में होमियोपैथ में 430 में 270, आयुर्वेद में 450 में 148 और यूनानी में 150 में 50 सीटें खाली रह गई हैं। संघ के पदाधिकारियों ने उपेक्षा से उपजी चिंताजनक स्थिति का संज्ञान लेने के लिए राज्यपाल, स्वा...