नई दिल्ली, जुलाई 18 -- राही, परी के साथ अनाथालय पहुंचती है। वह बच्चों के साथ मिलकर अपने और अनुज कपाड़िया के नाम का ब्रेसलेट बनाती है। ब्रेसलेट बनाते वक्त राही को वो दिन याद आने लगते हैं जब वह अपने पॉप्स अनुज कपाड़िया और मां अनुपमा के साथ कपाड़िया हाउस में रहती थी। राही का मूडऑफ हो जाता है और वह वहां से चली जाती है। वहीं अनुपमा अपने अनुज और राही को याद कर इमोशल हो जाती है। अनाथालय संभालने वाला एक शख्स अनुपमा से मिलता है। वह अनुपमा को बताता है कि अभी थोड़ी देर पहले उसकी मुलाकात राही से हुई थी और वह अनाथालय को डोनेशन देकर गई है। अनुपमा खुश हो जाती है। इसके बाद वह शख्स अनुपमा को अनुज के बारे में बताता है। वह कहता है कि अभी भी अनुज कपाड़िया ट्रस्ट की तरफ से उनके पास हर महीने 5 लाख का चेक आता है। ये सुनकर अनुपमा दंग रह जाती है। वहीं दूसरी तरफ राही ...
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