नई दिल्ली, जुलाई 2 -- Hariyali Amavasya 2025: हिंदू धर्म में हरियाली अमावस्या का विशेष महत्व है। भोलेनाथ को सावन का महीना अत्यंत प्रिय है। सावन माह की अमावस्या को हरियाली अमावस्या या श्रावण अमावस्या कहा जाता है। इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान व दान-पुण्य के कार्य किए जाते हैं। हरियाली अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करने, पिंडदान करने व श्राद्ध-कर्म करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शंकर का जलाभिषेक करने से जीवन सुख-समृद्धि व खुशहाली आती है। हरियाली अमावस्या कब है 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, अमावस्या तिथि 24 जुलाई को सुबह 02 बजकर 28 मिनट पर प्रारंभ होगी और 25 जुलाई को सुबह 12 बजकर 40 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि में हरियाली अमावस्या 24 जुलाई 2025 को मनाई जाएगी। हरियाली अमावस्या पर स्नान-दान...