नई दिल्ली, अक्टूबर 12 -- Ahoi Ashtami Vrat : अहोई अष्टमी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व विशेष रूप से माताओं द्वारा उनकी संतान की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए निर्जला व्रत रखकर मनाया जाता है। इस दिन अहोई माता की पूजा की जाती है और आकाश में तारे दिखाई देने लगने पर उन्हें अर्घ्य दिया जाता है। माना जाता है कि इस विधि से माता अहोई प्रसन्न होती हैं और व्रतधारक की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। 2025 में अहोई अष्टमी 13 अक्तूबर को है। पूजा का शुभ समय (मुहूर्त) शाम 5:53 बजे से लेकर शाम 7:08 बजे तक रहेगा। तारों को अर्घ्य देने का समय शाम 6:17 बजे तक निर्धारित किया गया है।पूजा विधि: सबसे पहले, मां को कोमल भाव से स्मरण करते हुए घर में गंगाजल का छिड़काव करें और दीवार पर अहोई माता की तस्वीर या म...