नई दिल्ली, अक्टूबर 12 -- कार्तिक मास की अष्टमी के दिन अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है। इस साल यह व्रत 13 अक्टूबर को रहेगा। इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला व्रत करती है। आद्रा, पुनर्वसु नक्षत्र परिधि योग बव करण के शुभ संयोग में मनाया जाएगा। करवा चौथ की के चौथे दिन यह व्रत आता है और इस व्रत में शाम को अहोई माता की कथा सुनने के बाद व्रत खोलती हैं। इस साल अहोई अष्टमी का व्रत 13 अक्टूबर रखा जाएगा। इस दिन ग्रह नक्षत्रों का भी अच्छा संयोग बन रहा है। 13 अक्टूबर को अहोई अष्टमी व्रत पर रवि योग, परिधि योग, शिव योग, पुनर्वसु नक्षत्र रहेंगे। इस दिन शिववास योग भी है, जिसमें शिवजी की पूजा विशेष फलदायी रहती है। अहोई अष्टमी के व्रत का पारण कब करते हैंअहोई अष्टमी पर महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत करती है। इसके बाद शाम को तारों...