नई दिल्ली, फरवरी 16 -- 10 साल बाद दिल्ली की राज्य सरकार से विदा हो चुकी आम आदमी पार्टी के हाथ से अब 'छोटी सरकार' यानी नगर निगम की सत्ता भी फिसल जाने का खतरा उत्पन्न हो गया है। शनिवार को आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों के पाला बदलने के बाद भाजपा की स्थिति मजबूत हो गई है। इसका असर अप्रैल में होने वाले मेयर-डिप्टी मेयर के चुनाव पर दिख सकता है। इसमें भाजपा बाजी मार सकती है। यदि ऐसा होगा तो पहली बार केंद्र, राज्य सरकार और निगम में भाजपा की सरकार होगी, जिसे पार्टी 'ट्रिंपल इंजन' कहती है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के तुरंत बाद आम आदमी पार्टी के तीन निगम पार्षदों के भाजपा में जाने से उनकी संख्या 115 हो गई है। वहीं, आप के पास 116 पार्षद बचे हैं। मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में पार्षदों के साथ 14 मनोनीत विधायक भी वोट करते हैं। माना जा रहा है कि...