लखीमपुरखीरी, मई 9 -- लखीमपुर। पालतू पशुओं खासकर महिषवंशीय पशुओं में इस मौसम में गलाघोटू बीमारी फैलने क खतरा बढ़ जाता है। जिले के 9.60 लाख पशुओं को इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए पशुपालन विभाग टीका लगाएगा। इसकी तैयारियां कर ली गई हैं। शासन से वैक्सीन की डिमांड की गई है। टीकाकरण के लिए टीमें तैयार हैं। टीकाकरण की शुरुआत सबसे पहले बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों से होगी जिससे बाढ़ आने से पहले टीकाकरण का काम पूरा हो सके। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश कुमार सचान ने बताया कि गलाघोंटू एक जीवाणु जनित संक्रामक रोग है। यह बीमारी वैसे तो सभी पशुओं में होती है लेकिन सबसे ज्यादा महिषवंशीय पशुओं में इस बीमारी का खतरा रहता है। उन्होंने बताया कि गलाघोटू बीमारी में सबसे पहले पशु को बुखार आता है। इसके बाद गले में सूजन आ जाती है। इससे पशुओं को सां...
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