नई दिल्ली, नवम्बर 18 -- दिल्ली में लाल किला के पास हुए विस्फोट की चल रही छानबीन के बीच नित नए खुलासे सामने आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली धमाके को अंजाम देने वाले डॉ. उमर और व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल के सदस्य डॉ. मुजम्मिल में आतंकी हमलों को अंजाम देने को लेकर गहरे मतभेद सामने आ गए थे। दरअसल, दोनों सितंबर में ही आतंकी हमला करने वाले थे लेकिन डॉ. उमर के मानसिक व्यवहार और आक्रमक रुख से टेरर मॉड्यूल के सदस्यों के बीच दरारें गहरी होती गईं। इसी आंतरिक फूट की वजह से सितंबर का हमला अंजाम तक नहीं पहुंच पाया था।गंभीर वैचारिक और ऑपरेशनल मतभेद 'न्यूज 18' ने अपनी रिपोर्ट में जांच से परिचित सूत्रों के हवाले से कहा है कि डॉ. उमर सितंबर में बड़े हमले की बात करता था। ऐसा इसलिए क्योंकि वह ऐसा हमला चाहता था जिसका एक मैसेज जाए और जो प्रतीकात्मक हो। सनद ...