नई दिल्ली, अगस्त 6 -- भारतीय न्याय व्यवस्था, मामलों के निपटारे में देरी को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है। हाल ही में महाराष्ट्र की एक अदालत में ऐसा ही वाकया देखने को मिला है जहां एक शख्स को 9 साल बाद उसकी गलती की सजा मिली है। यहां ठाणे के एक सेशन्स कोर्ट ने एक 52 साल के शख्स को रोड रेज के एक मामले में ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल को थप्पड़ मारने के मामले में दोषी पाया है। हालांकि मामला सिर्फ केस के निपटारे के समय नहीं, बल्कि दी गई सजा को लेकर भी सुर्खियों में है। कोर्ट ने आरोपी पर 10,000 रुपए का जुर्माना लगाते हुए उसे एक दिन की जेल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने आरोपी के स्वास्थ्य और पारिवारिक जिम्मेदारियों को देखते हुए उसे यह सजा दी है। सेशंस कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि मुकदमे के दौरान आरोपी के आचरण, स्वास्थ्य समस्याओं और पारिवारिक जिम्मेदारियो...