रामपुर, जून 19 -- रामपुर। स्वास्थ्य भले ही जीवन की सबसे जरूरी चीजों में से एक है, लेकिन जिले की 25 लाख आबादी का उपचार 88 चिकित्सकों के सहारे है। सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों के अभाव से उपचार की उम्मीद टूट रही है। 74 चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। डाक्टर पर इतना भार है कि वह स्वास्थ्य विभाग से इस्तीफा दे रहे हैं। रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए अधिकारी मात्र खानापूर्ति कर रहे हैं। यही कारण है कि रोगियों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। सामान्य बीमारी का उपचार कराने के लिए जिला मुख्यालय व दिल्ली जाना पड़ रहा है। जिले में पांच सीएचसी और 38 पीएचसी हैं। इसके अलावा गांव-गांव स्तर पर 270 के करीब आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी स्थापित किए गए हैं। मकसद साफ है कि स्वास्थ्य सेवाओं को गांव स्तर से ही मजबूत किया जाए और हर जरूरतमंद को ...