रुद्रपुर, नवम्बर 4 -- गूलरभोज, संवाददाता। ट्रेन की टक्कर में गंभीर रूप से घायल हुआ हाथी 88 घंटे तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद मंगलवार दोपहर दम तोड़ गया। हाथी को बचाने के लिए मथुरा से वाइल्डलाइफ एसओएस के विशेषज्ञों और पशु चिकित्सकों की टीम बुलाी गई थी, जिसने लगातार इलाज किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। हाथी की मौत से वनकर्मी और ग्रामीण दुखी हैं। शुक्रवार रात पीपलपड़ाव रेंज के तिलपुरी गांव के पास गूलरभोज से लालकुआं जा रही मेंटेनेंस ट्रेन की चपेट में आकर टस्कर हाथी घायल हो गया था। वह कीचड़ में फंस गया था, जिसे 15 घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। मौके पर अस्थायी रेस्क्यू सेंटर बनाकर डॉक्टरों की टीम ने हाथी को लेजर और फ्लूड थेरेपी दी, लेकिन गहरी चोटों और नर्व सिस्टम के डैमेज होने से वह संभल नहीं सका। हाथी की मौत के स्पष्ट ...