सिद्धार्थ, फरवरी 10 -- बिस्कोहर, हिन्दुस्तान संवाद। बिस्कोहर कस्बे के गोविंद नगर वार्ड के मधवापुर में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद प्रज्ञा पुराण कथा के तीसरे दिन कथा वाचक सरजू प्रसाद वानप्रस्थी ने श्रद्धालुओं को धर्म और संस्कार का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि मनुष्य जन्म दुर्लभ है जो 84 लाख योनियों में भटकने के बाद मिलता है। यह जन्म ईश्वर प्राप्ति का अनमोल अवसर है, जिसे सत्कर्म से सार्थक बनाना चाहिए। कथावाचक ने श्रद्धालुओं को चेताया कि मनुष्य योनि में आकर भी अज्ञानता में जीवन बिताना व्यर्थ है। उन्होंने सभी को सत्कर्म और जनकल्याण के मार्ग पर चलते हुए प्रभु भक्ति में लीन रहने का संदेश दिया। कथा कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री यज्ञ से हुई। इस मौके पर बाबा तुलसीराम दास, अरुण श्रीवास्तव, गोवर्धन यादव, शेष राम चौधरी, रेशमा चौरसिया, आंचल कश्यप, विजय श्...