भागलपुर, दिसम्बर 9 -- भागलपुर, मुख्य संवाददाता। सर्दियों के दिनों में बिहार खासकर जमुई के नागी-नकटी अभयारण्य और भागलपुर के विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन अभयारण्य आने वाले प्रवासी पक्षियों की ऐतिहासिक यात्रा का खुलासा हुआ है। यहां आने वाले पक्षियों में लगाया गया जीपीएस और जीएसएम ट्रांसमीटर की रिपोर्ट ने बिहार को नया रास्ता दिखाया है। इस रिपोर्ट में प्रवासी पक्षियों की ऐतिहासिक यात्रा का खुलासा किया गया है। वन और जलवायु परिवर्तन विभाग (डीईएफ एंड सीसी), बिहार और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (बीएनएचएस) की संयुक्त पहल पर स्थापित बर्ड रिंगिंग एंड मॉनिटरिंग स्टेशन (बीआरएमएस) ने दो ऐतिहासिक प्रवासी पक्षियों का रिकार्ड जारी किया है। जिससे पक्षी अनुसंधान और संरक्षण के वैश्विक मानचित्र पर बिहार मजबूती से स्थापित हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार में ...