संभल, फरवरी 17 -- संभल में 1978 में हुए सांप्रदायिक दंगे में मारे गए लोगों के परिजनों को पुलिस और जिला प्रशासन से न्याय की उम्मीद जगी है। दिल्ली से संभल पहुंचे युवक ने 1978 के दंगे में अपने दादा की हत्या कर शव कुएं में फेंक देने का दावा किया है। युवक का आरोप है कि दंगाईयों ने दुकान में लूटपाट करने के बाद उसके दादा की हत्या कर शव कुएं में फेंक दिया था, मुकदमा दर्ज किया गया था लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई। कपिल रस्तोगी नामक युवक रविवार को दिल्ली से संभल पहुंचा और एसडीएम डॉ. बंदना मिश्रा को शिकायती पत्र दिया। युवक ने एसडीएम से कहा कि उसका परिवार संभल का रहने वाला था। उसके दादा रामशरण रस्तोगी की नखासा में दुकान थी। हिंसा के दिन दंगाईयों ने दुकान में लूटपाट करने के बाद उनकी निर्मम हत्या कर शव कुएं में फेंक दिया था। तीन दिन बाद शव कुए...