नई दिल्ली, सितम्बर 23 -- - आयकर विभाग की तरफ से रिफंड जारी करने से पहले जारी जांच में आया सामने - राजनीतिक चंदे, चिकित्सा बिल और अन्य खर्चों के जरिए डिडक्शन दिखाकर किए गए झूठे दावे नई दिल्ली। विशेष संवाददाता आयकर रिटर्न प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है। अभी तक की जांच के दौरान आयकर विभाग ने 700 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी आयकर रिफंड के मामलों को पकड़ा है, जिसमें गलत बिलों के जरिए रिफंड की मांग की गई है। प्रारंभिक जांच प्रक्रिय के दौरान सामने आए फर्जी दावों के आधार पर आयकर विभाग ने अब जांच का दायरा बढ़ा दिया है। मौजूदा वक्त में आयकर विभाग 20 हजार से अधिक के रिफंड से जुड़े मामलों की जांच कर रहा है। रिफंड पाने के लिए रिटर्न के वक्त लगाए गए चिकित्सा बिल और दान की रसीदों की जांच की गई, जिसमें सामने आया कि चिकि...