सवाददाता, मई 2 -- बंटवारे के कुछ साल बाद परिवार के साथ पाकिस्तान से भारत लौटे वाजिद शाह के ऊपर पाकिस्तानी होने का ठप्पा लग गया। तब से वह बार-बार वीजा का समय बढ़वा रहे हैं और बुढ़ापा आने के बावजूद उनकी जिंदगी लांगटर्म वीजे पर कट रही है। अब बदले हालात के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गयी हैं। यूपी में बरेली के नवाबगंज के सतुईया खुर्द गांव के वाजिद शाह के पिता छोटे शाह अपने परिवार के साथ जनपद पीलीभीत में रहते थे। देश का बंटवारा होने के बाद छोटे शाह अपनी पत्नी जमीलनबानो के साथ पाकिस्तान चले गए, लेकिन वर्ष 1955 में वह वापस आ गए। उनके साथ एक बेटी कल्लो और बेटा वाजिद शाह भी लौटे लेकिन पाकिस्तानी होने का ठप्पा लेकर। कुछ समय बाद छोटे शाह की मौत हो गयी और उनकी पत्नी जमीलन अपने मायके सतुईया खुर्द गांव में आकर रहने लगी। बचपन में ही उनकी बेटी कल्लो की भी मौत...