नई दिल्ली, अगस्त 21 -- पितृपक्ष इस साल 7 सितंबर से लग रहे हैं, पहले श्राद्ध पूर्णिमा श्राद्ध है, इस दिन उन पितरों का श्राद्ध होता है, जिनका देहांत पूर्णिमा तिथि को हुआ था। इसके अलावा सर्वपितृ अमावस्या पर श्राद्ध पक्ष समाप्त होता है। दरअसल पितरों अपने परिवार के पास तर्पण की इच्छा से पृथ्वी पर आते हैं, जो लोग अपने पितरों का श्राद्ध करते है, उनसे तृप्त होकर पितर उन्हें आशीर्वाद देते हैं। ऐसा कहा गया है श्राद्ध पक्ष में किए गए श्राद्ध से एक साल तक पितृ तृप्त रहते हैं। यहां हम आपको काम्य श्राद्ध के बारे में बताएंगे। काम्य श्राद्ध एक प्रकार का श्राद्ध है जो आप किसी मनोकामना पूर्ति के लिए करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर श्राद्ध, जैसे संतान प्राप्ति, धन-समृद्धि, या पितरों की कृपा पाने के लिए किया जाता है, तो इसे काम्य श्राद्ध कहते हैं। किस श्राद...
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