नई दिल्ली, नवम्बर 6 -- IndiGo vs Mahindra: भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की पैरेंट कंपनी- इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड और महिंद्रा इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल लिमिटेड के बीच "6E" ट्रेडमार्क के इस्तेमाल को लेकर मध्यस्थता के प्रयास विफल हो गए हैं। अदालत के आदेश में कहा गया है कि पक्षों ने दलील दी है कि मध्यस्थता विफल रही। यह मामला संयुक्त रजिस्ट्रार (न्यायिक) सुधीर कुमार सिरोही के समक्ष आया, जिन्होंने बताया कि मध्यस्थता के जरिए विवाद का समाधान नहीं हो सकता। अदालत ने दोनों कंपनियों को सभी संबंधित दस्तावेजों की फोटोकॉपी दाखिल करने का निर्देश दिया है।3 फरवरी को सुनवाई यह मामला अब 3 फरवरी 2026 के लिए सूचीबद्ध है। इस तारीख को अदालत दस्तावेजों की स्वीकृति और अस्वीकृति पर विचार करेगी। इसके बाद मामला पूरी तरह सुनवाई की ओर बढ़ेगा, जहां अदालत सबूतों और तर्को...