लंदन, जुलाई 28 -- एक तरफ सोमवार को संसद में सरकार की तरफ से स्पष्ट किया गया कि ऑपरेशन सिंदूर रोकने और भारत-पाक सीजफायर में अमेरिका की कोई मध्यस्थता नहीं थी। पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फिर विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन दावों को सिरे से नकार दिया कि सीजफायर व्यापारिक समझौते की शर्त पर हुआ। सरकार ने साफ किया कि पाक डीजीएमओ की विनती पर भारत ने उनका अनुरोध स्वीकार किया। इस बयान से उलट एक बार फिर ट्रंप ने सीजफायर को लेकर दावा किया है। कहा कि यदि मैंने समय रहते हस्तक्षेप नहीं किया होता और सभी व्यापार वार्ता रोकने की धमकी नहीं दी होती, तो भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध चल रहा होता। ट्रंप ने ये बातें स्कॉटलैंड में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ आधिकारिक वार्ता से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए कह...