नई दिल्ली, नवम्बर 29 -- आने वाले समय में देश के बैंकिंग क्षेत्र की तस्वीर बदल सकती है। केंद्र सरकार करीब पांच साल बाद बैंकों से जुड़ी पुनर्गठन योजना पर काम कर रही है, जिसके तहत कुछ छोटे सार्वजनिक क्षेत्र के सरकारी बैंकों को बड़े बैंकों में मिलाया जा सकता है। इसके बाद देश में पीएसयू बैंकों की संख्या घट जाएगी, लेकिन सरकार का मानना है कि इस कदम से देशभर में बैंकों के काम करने की क्षमता में बढ़ोतरी होगी। साथ ही, देश में एक बड़ा बैंक तैयार होगा। सूत्रों के अनुसार इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ इंडिया जैसे करीब छह छोटे बैंकों का मर्जर एसबीआई, पीएनबी और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे बड़े बैंकों में किया जा सकता है। इसको लेकर शुरुआती स्तर पर बातचीत चल रही है। लंबी चर्चा के बाद सरकार इन बैंकों के मर्जर को लेकर अलगे वित्तीय वर्ष में को...