नई दिल्ली, सितम्बर 17 -- PM Vishwakarma Yojana: भारत में सदियों से परंपरागत कारीगर और शिल्पकार हमारे समाज और अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाते हैं। बढ़ई, सुनार, लोहार, कुम्हार, दर्जी, राजमिस्त्री, मोची, नाई और अन्य कारीगरों ने न केवल रोजमर्रा की जरूरतें पूरी की हैं बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं को भी जीवित रखा है। लेकिन आधुनिक दौर में इन पेशों से जुड़े लोग अक्सर आर्थिक तंगी, संसाधनों की कमी और पहचान की कमी से जूझते हैं। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने 17 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) की शुरुआत की।5% ब्याज दर 3 लाख तक लोन बता दें कि इस योजना के तहत कारीगरों को बिना गारंटी का लोन (Rs.3 लाख तक दो चरणों में), केवल 5% ब्याज दर पर मिलता है। साथ ही Rs.15,000 की आधुनिक टूलकिट, Rs.500 प्...