पूर्णिया, सितम्बर 7 -- जलालगढ़, एक संवाददाता। पूर्णिया जिले के जलालगढ़ प्रखंड के दनसार पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर छह में आनंद चतुर्दशी केवल धार्मिक आयोजन भर नहीं, बल्कि पूरे इलाके के लिए सामाजिक मिलन का बड़ा पर्व बन चुका है। वर्ष 1967 से शुरू हुई यह परंपरा आज भी पूरे उत्साह और भक्ति भाव से निभाई जा रही है। गांव के लोगों का कहना है कि यहां स्थापित भगवान विष्णु, लक्ष्मी, शंकर, ब्रह्मा, नारद और काग भुसुंडी की प्रतिमाएं न सिर्फ श्रद्धा का केंद्र हैं, बल्कि आपसी भाईचारे और सामूहिकता की पहचान भी बन चुकी हैं। पूजा के साथ तीन दिनों तक लगने वाला मेला ग्रामीणों के लिए व्यापार, मेलजोल और मनोरंजन का अवसर देता है। शाम को होने वाले जागरण और सांस्कृतिक कार्यक्रम बच्चों और युवाओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहते हैं। इस बार सोनौली से आई टीम अपनी कला का प्रदर्...