वृंदावन (मथुरा), सितम्बर 12 -- ठाकुर बांकेबिहारी महाराज के मंदिर में पिछले 54 वर्षों से बंद पड़े तोषाखाने (खजाने) का रहस्य वर्षों से गहराया हुआ है। सेवायतों और भक्तों की वर्तमान पीढ़ी के तमाम आग्रह एवं अदालत के प्रयासों के बावजूद खजाना नहीं खोला जा सका है। लेकिन अब मंदिर की हाई पावर्ड टेम्पल मैनेजमेंट कमेटी के आदेश पर इस खजाने को खोला जाएगा, इसके चलते सेवायतों व भक्तों में भारी उत्सुकता जाग उठी है। इस संदर्भ में ठाकुरजी के सेवायत इतिहासकार आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि वैष्णव परंपरानुसार वर्ष 1864 में निर्मित वर्तमान मंदिर के गर्भगृह ठाकुर बांकेबिहारी के सिंहासन के ठीक नीचे तहखाने में तोषाखाना बनाकर सहस्त्रफ़नी रजत शेषनाग, स्वर्णकलश में नवरत्न इत्यादि रखे गए थे। इतिहासकार के अनुसार वर्ष 1971 में तत्कालीन मंदिर प्रबंध कमेटी के अ...