मथुरा, अक्टूबर 18 -- वृंदावन, हिन्दुस्तान संवाद विश्व विख्यात ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के 54 सालों से बंद पड़े तोशाखाना को मंदिर की हाई पावर्ड मैनेजमेंट कमेटी द्वारा शनिवार को खोले जाने पर आम श्रद्धालु भक्तजनों में हर्ष है। भक्तजनों का कहना है कि मंदिर के तोशाखाना में मिलने वाली सभी वस्तुएं ठाकुरजी की निजी संपत्ति हैं। ठाकुरजी की निजी संपत्ति ठाकुरजी के नाम ही रहनी चाहिए। तोशाखाना में मिलने वाले खजाने पर पर सरकार का अधिग्रहण किसी भी कीमत पर नहीं होना चाहिए। भक्तों ने मंदिर के हाई पावर्ड कमेटी के तोषखाना खोले जाने के निर्णय को उचित ठहराया है। उनका कहना है कि ठाकुरजी की संपत्ति का संरक्षण और रखरखाव होना ही चाहिए। इसमें कोई बुराई नहीं है। पिछले 54 सालों से बंद पड़े बांके बिहारी मंदिर के तोशाखाना को खोला जाना सही है। 54 वर्षों से बंद होने के ...