सुल्तानपुर, मार्च 17 -- पेयजल के लिए अभी हैण्डपंपों के भरोसे नगरवासी काफी समय से कई विकास परियोजनाएं लंबित पड़ी चांदा, संवाददाता जिले के पूर्वी क्षेत्र के बार्डर इलाके की नगर पंचायत का गठन हुए करीब पांच दशक से अधिक हो गए, लेकिन यहां अभी भी लोगों को कई मूलभूत सुविधाओं की दरकार है। उपेक्षा का आलम यह है कि अब तक यहां के वार्डों में लोगों के आवागमन के लिए पक्की सड़क तक नहीं बनाई जा सकी है। लोग कच्ची सड़कों से काम चला रहा हैं। बरसात में आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नगर पंचायत कोइरीपुर जिले के साथ-साथ प्रतापगढ़ व जौनपुर की सीमा पर बसी जिले की पुरानी बाजार में शुमार है। इसे नगर पंचायत का दर्जा भी मिला है। बहुत पुराना रेलवे स्टेशन होने के चलते कभी यहां पर सर्राफा काराबारी अधिक रहते थे। क्योंकि इन्हें बाहर से माल लाने के लिए ...