हापुड़, मई 21 -- बाइक बोट घोटाले का मास्टर माइंड रहने वाले फर्जी डिग्रियां बनाने वाले सरगना ने सियासत का चोला पहनकर बिजनौर लोकसभा के युवाओं को भी सियासी भाषणों से भविष्य सुधारने को कहा था। परंतु दूसरी तरफ फर्जीवाडे ने 6 हजार से अधिक छात्र-छात्रों के भविष्य पर संकट की लकीर खींच दी है। जिला प्रशासन ने मोनाड की मान्यता रद की संस्तुति कर दी है। डिग्री 50 हजार से 4 लाख में बेची- एसटीएफ द्वारा किए गए खुलासे में जारी प्रेस नोट में पूछताछ के दौरान बताए जाने का दावा किया है कि मोनाड विश्वविद्यालय की डिग्री हरियाणा में भी बनकर तैयार की जा रही थी। जिनको 50 हजार से 4 लाख रुपये कीमत में बेचा जा रहा था। पहले से ही विवादों में रही विवि-- वर्ष 2014 में विश्वविद्यालय में बड़ा छात्रवृत्ति घोटाला हुआ था। इस मामले में भी उत्तराखंड एसटीएफ ने हल्द्वानी में पहल...