मुजफ्फरपुर, अप्रैल 10 -- मुजफ्फरपुर। जिले के 11 लाख से अधिक लाभुक भूखे पेट न सोए, इसके लिए खुद आधे पेट गुजारा कर समय पर राशन बांटते हैं। बदले में मजदूर से भी कम महज 300 रुपया रोज कमीशन पाते हैं। यह दर्द है जिले के राशन डीलरों का। उनका कहना है कि राशन वितरण के लिए 5जी के जमाने में 2जी ई-पॉश मशीन ढो रहे हैं। इसमें बार-बार खराबी आती है। गोदाम से बिना वजन किए सड़ा-गला अनाज भेजा जाता है, जिसके कारण लाभुकों का कोपभाजन हम ही बनते हैं। कमीशन की जगह 30 हजार मानदेय और राशन वितरण में हो रहीं समस्याएं दूर हो जाएं तो हम भी खुशहाल जिंदगी जी सकें। भारत सरकार ने जनवितरण प्रणाली दुकानों को ई-पॉश मशीन से जोड़ कर बेहतर पहल की। वन नेशन वन कार्ड की परिकल्पना के तहत लाभुक पूरे देश में कहीं से भी राशन ले सकते हैं, मगर इसको व्यावहारिक रूप देने में जनवितरण वितरण ...