उरई, मार्च 3 -- पिछले 20 सालों से इटावा जेल में उम्रकैद की सजा काट रही दस्यु सुंदरी कुसुमा नाइन का सोमवार सुबह उसकी ससुराल जालौन जिले के कुठौंद थाना क्षेत्र स्थित कुरौली गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। पति केदार उर्फ रूठे याज्ञिक ने मुखाग्नि दी। लंबे समय से बीमार कुसुमा की शनिवार को केजीएमयू लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। देर रात उसका शव ससुराल लाया गया था। एहतियातन गांव में रातभर पुलिस फोर्स तैनात रही। सिरसाकलार थाना क्षेत्र के टिकरी गांव से साल 1977 में ब्याह कर दस्यु सुंदरी कुरौली स्थित ससुराल आई थी। 1980 में कुसुमा को प्रेमी दस्यु माधव साथी डकैत विक्रम मल्लाह की मदद से ससुराल में धावा बोलकर अपने साथ लेकर चला गया था। उसके बाद से कभी भी सार्वजनिक रूप से कुसुमा कुरौली नहीं आई। पति केदार उर्फ रूठे याज्ञिक ने भी दूसरी शादी कर नई ...