बोकारो, जून 10 -- बेरमो। प्राइम कोकिंग कोल की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए बनी सीसीएल की अति महत्वाकांक्षी डीआर एंड आरडी यानी दामोदर नदी-रेल विपथन परियोजना पिछले 42 वर्षों से लंबित है। जिसमें बेरमो कोयलांचल के भू-तल में कोयला का 1400 मिलियन टन भंडार होने का अनुमान है। अब एक बार फिर इस चीर लंबित परियोजना को शुरू करने की कोशिश की जाने वाली है। अगर ऐसा होता है तो बेरमो कोयलांचल में कोयला उत्पादन आगामी 25-30 वर्षों तक निर्बाध गति से हो सकता है और इस महत्वपूर्ण परियोजना पर लगा ग्रहण भी हट जाएगा। दामोदर नदी-रेल विपथन परियोजना सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र में 1982 में शुरू की गई थी और 5 साल इसकी आधारभूत संरचना में ही लग गए। इसका उद्देश्य था कोल परियोजनाओं के सुचारु संचालन के लिए रेल मार्गों का नया मार्ग निर्धारित करना जिससे भारी खनन क्षेत्रों में...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.