भागलपुर, नवम्बर 17 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। शहर के लिए सीवरेज और शुद्ध पेयजल आपूर्ति जैसी दो महत्वाकांक्षी परियोजनाएं 385 करोड़ की सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और 278 करोड़ की शहरी जलापूर्ति प्रबंधन योजना (डब्लूटीपी) प्रशासनिक और तकनीकी उलझनों के चलते अधर में लटकी हुई हैं। हालत यह है कि महत्वपूर्ण फाइलों के क्रियान्वयन में देरी और समन्वय की कमी के कारण ये परियोजनाएं तय समय सीमा से काफी पीछे चल रही हैं, जिससे नागरिकों को सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। एसटीपी: उद्घाटन के बाद भी स्थायी बिजली की आस सबसे बड़ी बाधा 385 करोड़ की एसटीपी परियोजना में आई है, जिसका उद्घाटन आदर्श आचार संहिता से ठीक पहले प्रधानमंत्री ने पूर्णिया से किया था। उद्घाटन के बावजूद, पूर्ण क्रियान्वयन के लिए परियोजना को अब तक स्थायी बिजली कनेक्शन नहीं मिला है। अस्...
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