सहरसा, दिसम्बर 20 -- सहरसा, नगर संवाददाता। लगातार जागरूकता के बावजूद बाल विवाह जैसी कुप्रथा पूरी तरह समाप्त नहीं हो सकी है। विभिन्न कारणों से आज भी कम उम्र में लड़के-लड़कियों की शादी कर दी जाती है। इसी क्रम में शहर के पटुआहा में पुलिस एवं चाइल्ड लाइन के सहयोग से एक बाल विवाह को समय रहते रोकने में सफलता मिली। प्रशासन के सहयोग से विवाह स्थल पर पहुंचकर परिजनों से संवाद किया गया और उन्हें बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 की कानूनी धाराओं के साथ-साथ बाल विवाह से जुड़ी मानसिक, शारीरिक एवं सामाजिक हानियों के बारे में जानकारी दी गई। जानकारी के अनुसार युवक की उम्र लगभग 38 वर्ष थी, जबकि लड़की की उम्र मात्र 16 वर्ष थी, जो युवक की उम्र के आधे से भी कम है। पहले शादी शुक्रवार 19 दिसंबर को तय की गई थी। लेकिन जब दोनों पक्षों को यह आभास हुआ कि शादी की सूचना ...