नई दिल्ली, मार्च 10 -- वाराणसी में रंगभरी एकादशी पर हर साल महंत आवास से निकलने वाली पालकी यात्रा इस बार भी निकली लेकिन बाबा विश्वनाथ और मां पार्वती को ढंककर मंदिर तक लाया गया। यही नहीं, शाम तीन बजे के स्थान पर सुबह आठ बजे ही पालकी यात्रा निकली।350 साल से भी ज्यादा समय से चली आ रही परंपरा को इस तरह बदलने पर यूपी प्रदेश अध्यक्ष और वाराणसी के ही रहने वाले अजय राय ने काशी का अपमान कहा है। अजय राय ने कहा कि बाबा विश्वनाथ और मां गौरा की मूर्ति को ढंककर ले जाना काशी की भावनाओं का अपमान है। बनारस की सनातन परंपरा को ध्वस्त करने का काम किया गया है। अजय राय ने कहा कि हम लोग रंगभरी एकादशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करते हैं। लेकिन पुलिस लगाकर रोका जा रहा है। कहा जा रहा है कि आप पालकी यात्रा में शामिल नहीं होंगे। पालकी में काशी के लोग दर्शन करते हैं औ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.