पूर्णिया, सितम्बर 29 -- अमौर-बैसा, एक संवाददाता। पूर्णिया जिले के प्राचीनतम मंदिरों में से एक मंदिर है अमौर शिवदुर्गा मंदिर जो जिला मुख्यालय से लगभग पचास किलोमीटर दूर अवस्थित अमौर प्रखण्ड के अमौर बाज़ार के पास स्थित है। यह दुर्गा मंदिर आस्था का प्रतीक बना हुआ है। इस मंदिर की स्थापना वर्ष 1710 ई० में अमौरगढ़ में हुई थी। अमौरगढ़ के बारे में बड़े-बुजर्ग बताते है कि अमौरगढ़ वक्र नामक एक पहाड़ी नदी के किनारे बसा था जो अमौर को एक ओर नेपाल और दूसरी ओर सुदूर कलकत्ते से जोड़ती थी। नदी के मुहाने पर पत्थरों से निर्मित सीढ़ीयां थीं जिनसे होकर नगर में प्रवेश किया जा सकता था। प्रवेशद्वार से राजमहल तक चौड़ी सड़कें थीं और ड्योढ़ी के इर्द गिर्द कई तालाब खुदवाये गये थे। हवेली के भीतर ही भीतर एक ऐसी सुरंग बनायी गयी थी जो महल के अंदरुनी हिस्से को एक ऐसे तालाब से जोड़ती...
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