नई दिल्ली, अप्रैल 4 -- उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारी सेहत में बहुत से बदलाव होने लगते हैं। शरीर संवेदनशील होने लगता है। हालांकि ये बदलाव महिलाओं और पुरुषों को समान रूप से प्रभावित करते हैं, लेकिन महिलाओं में कुछ रोगों की आशंका बढ़ जाती है। असल में जैविक अंतर और लैंगिक असमानताएं महिलाओं में बहुत-सी बीमारियों और संक्रमण के खतरे को बढ़ा देती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में किशोर लड़कियों और युवा महिलाओं में समान उम्र वाले पुरुषों की तुलना में एचआईवी संक्रमण का खतरा दोगुना है। इतना ही नहीं, गर्भावस्था के दौरान मलेरिया, टीबी और एचआईवी जैसे संक्रमण गर्भवती महिला के साथ उसके होने बच्चे के लिए भी खतरा बन सकते हैं। आंकड़े भी बताते हैं कि 10 में से 1 महिला को 60 साल की उम्र से पहले कम से कम एक बार थायरॉइड होने की आशंका बनी रह...
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