नई दिल्ली, मई 12 -- खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट आने से खुदरा महंगाई दर अप्रैल में घटकर तीन फीसद पर आ सकती है, जो लगातार तीसरे माह आरबीआई के तय दायरे में रहेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे आरबीआई को जून में होने वाली मौद्रिक समीक्षा समिति की बैठक में ब्याज दरें कम करने का मौका मिल सकता है, जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। ब्याज दरें कम होने से लाेन सस्ते होंगे और ईएमआई भी घटेगी। मार्च में खुदरा महंगाई 3.34 प्रतिशत थी, जो अगस्त 2019 के बाद सबसे कम है। इस कमी के सबसे बड़ा कारण खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट है। सब्जियों, दालों, और अंडों की कीमतें कम होने से खाद्य महंगाई दर मार्च में घटकर 2.69% पर आ गई थी। क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, घर में बने शाकाहारी खाने (थाली) की लागत में 3% की कमी आई है, जबकि मांसाहारी खाने की कीमतें...
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