बरेली, जुलाई 14 -- बरेली, वरिष्ठ संवाददाता। मानसिक मंदित की हालत में सुधार हुआ तो उसने अपने परिजनों के बारे में बताया। मनोसमर्पण सेवा संस्थान के प्रयास से करीब 27 साल बाद वह अपने परिवार से मिला। इस मौके पर पूरा परिवार भावुक हो गया। मनोसमर्पण सेवा संस्थान के शैलेश शर्मा ने बताया कि मुंबई में 6 फरवरी 2025 को एकतानगर रेलवे कॉलोनी में वृद्ध रमेश भटकते हुए पुलिस को मिले थे। वृद्ध रमेश को पुलिस थाना भायखला की पुलिस ने रेस्क्यू कर ग्रेस फाउंडेशन के शिफ्ट किया जहां से उसे श्रद्धा रिहैबिलिटेशन फाउंडेशन, कर्जत में पुनर्वास हेतु भेजा गया। श्रद्धा रिहैबिलिटेशन फाउंडेशन ने रमेश को रजऊ परसपुर स्थित मनोसमर्पण सेवा संस्थान में दाखिल कर दिया गया। वहां लगातार काउंसिलिंग से उनकी हालत में सुधार हुआ तो परिवार के बारे में बताया। रमेश ने अपने पिता का नाम सुदामा...