लखनऊ, सितम्बर 29 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपित समाज कल्याण विभाग के कर्मचारियों पर ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही है। समाज कल्याण विभाग के ही अधिकारियों व माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ इस प्रकरण में कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन कर्मचारियों पर इस प्रकरण में ठोस कार्रवाई नहीं हुई। वर्ष 2016-17 और 2019-20 में मथुरा में 27 करोड़ रुपये का छात्रवृत्ति घोटाला हुआ था। ईओडब्ल्यू इस प्रकरण की जांच कर रही है और विभागीय जांच में दोषी पाए जाने के बावजूद करीब डेढ़ दर्जन बाबुओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हो पा रही है। शिकायतर्कता रामलाल शर्मा की ओर से इस मामले में बार-बार शिकायत की जा रही है। बीते मई में हुई शिकायत के बाद समाज कल्याण विभाग के निदेश कुमार प्रशांत की ओर से 22 मई 2025 को पत्र लिखकर संयुक्त निदेशक स्थापना...