अजीत प्रताप सिंह, सितम्बर 2 -- चूहों का नाम सुनते ही दिमाग सजग हो जाता है कि घर में आ गए तो न जाने क्या-क्या नुकसान कर देंगे। लेकिन इन आशंकाओं से इतर चूहों का एक बाजार भी फल-फूल रहा है। सफेद चूहे बेचकर दुकानदार लाखों रुपये कमा रहे हैं। अकेले कानपुर में हर महीने चूहों की खरीद-बिक्री का लगभग 50 लाख रुपये से अधिक का कारोबार हो रहा है। कानपुर में चूहों का सबसे बड़ा खरीदार चिड़ियाघर है। चिड़ियाघर में रखे करीब 50 सांपों और उल्लुओं को भोजन में चूहों की जरूरत होती है। सांपों को खाने के लिए एक से तीन चूहे दिए जाते हैं। उल्लुओं को भी रोज एक चूहा भोजन में दिया जाता है। मान्यता है कि सफेद चूहे भाग्य का प्रतीक हैं। सफेद चूहे पालने से घर में दूसरे चूहे नहीं आते हैं। घर में चूहों से नुकसान नहीं होता है। यही वजह है कि लोग सफेद चूहों को घरों में शौकिया भी...