मऊ, जुलाई 24 -- मऊ। शराब खाना हटाओ संघर्ष समिति सहादतपुरा के निर्दोष नागरिकों पर दर्ज मुकदमा उ.प्र. सरकार की पहल पर ढाई दशक बाद वापस लेने के बाद जिला जज की अदालत ने मंगलवार को 23 लोगों को बरी कर दिया। सरकार की तरफ से मुकदमा वापस लेने और कोर्ट से बरी होने के बाद लोगों ने बुधवार को मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया। शराब खाना हटाओ संघर्ष समिति के नेता और पीड़ित बसंत कुमार ने बताया कि सहादतपुरा में घनी आबादी वाली बस्ती में शराब खाना चल रहा था। इस शराब के चलते शराबी रोज मोहल्ले में महिलाओं के साथ अभद्रता एवं छेड़छाड़, घरों में घुसकर मारपीट आम बात हो गई थी, जिससे महिलाएं त्रस्त थीं। सन् 2000 में शराब की दुकान को हटाने को लेकर महिलाएं एवं आम नागरिक शांतिपूर्ण आमरण अनशन पर बैठे थे, जिसका पुलिसिया उत्पीड़न और दमन किया गया था। आंदोलन के दौरान पुलिस के ल...